Tuesday, October 15, 2013

बाबू बिसनू


बाबू बिसनू 

अरे बाबू बिसनू किसनू सुना हमार  कबित्त
 तू तो परमेसर ठेका सबकै लेहले हया  !१!

हया हया सब कहै हम कहीं नाही हया 
हया तो हया नाही बेहया बनल हया !२!

केतना थकास कौन लाधिया धकेलला है
सूती निः चिंत सेवा मेहेरी से करवात हया !३!

दुनिया में आगि लागि द्वापर बीत कलजुग आय
अबहीं ले भला भईल घरघुसना बनल हया !४!
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-------सतीशचंद्र, इलाहबाद, ऊ, प्र.भारत नवंबर १९६३ 

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